What is Enzyme : Type of Enzyme And Their Function In Hindi

Enzyme kya hai : एन्जाइम्स (Enzymes) ऐसे जैविक उत्प्रेरक (biological catalyst) होते हैं, जो कि जैवरासायनिक अभिक्रियाओं (biochemical reactions) की गति को तेज करते हैं।

What is Enzyme एन्ज़इम्स क्या है 

जैसा कि हमने ऊपर ही बताया कि एन्जाइम्स (Enzymes) जैविक उत्प्रेरक (biological catalyst) होते हैं तथा जैवरासायनिक अभिक्रियाओं (biochemical reactions) की गति को तीव्र (Fast) करते हैं। ये खुद क्षय अथवा नष्ट हुए बिना अभिक्रियाओं की गति तथा विशिष्टता को नियन्त्रित करते हैं। enzyme केवल जीवित कोशिकाओं से उत्पन्न होते हैं, अतः अन्य उत्प्रेरकों से भिन्न होते हैं।

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सर्वप्रथम इनकी उपस्थिति का पता किण्वन ( fermentation) की क्रियाओं के समय चला। इस क्रिया में शर्करा घोल (sugar solution) अथवा अंगूर के रस में जीवाणु की उपस्थिति में एल्कोहल तथा कार्बन डाइआक्साइड (alcohol and carbon dioxide) बनते हैं। John Jacob Berzelius ने 1835 में जैविक उत्प्रेरकों की उपस्थिति का अनुमान लगाया था। समस्त एन्जाइम्स प्रकृति में प्रोटीन होते हैं जो एन्जाइम्स जिन कोशिकाओं में बनते हैं वहीं क्रिया करते हैं तथा वे अन्त:एन्जाइम्स (endoenzymes) कहलाते हैं।

कुछ एन्जाइम्स कोशिकाओं से स्त्रावित किए जाते हैं तथा कोशिका के बाहर कार्य करते हैं। उन्हें बाह्यन्जाइम्स (exoenzymes) कहते हैं; जैसे जीवाणु, कवक, ड्रासेरा तथा नेपन्थीज आदि के एन्जाइम्स मुख्यतः पाचक होते हैं।

एन्जाइम्स का वर्गीकरण तथा नामकरण (CLASSIFICATION AND NOMENCLATURE OF ENZYMES)

एन्जाइम्स (एन = में, जाइम= यीस्ट) का शाब्दिक अर्थ है 'यीस्ट में'। जैसे-जैसे एन्जाइम्स के विषय में जानकारी बढ़ती गई उनके वर्गीकरण तथा नामकरण की आवश्यकता होने लगी। भिन्न-भिन्न आधारों का प्रयोग एवं विविध पद्धतियों का विकास हुआ। एक पद्धति के अनुसार एन्जाइम्स का नाम सब्सट्रेट (substrate) के नाम के आधार पर (जिस पर वह एन्जाइम्स कार्य करता हो) रखकर प्रत्यय 'ऐज़' (ase) जोड़ दिया जाता है। उदाहरण के लिए—

कार्बोहाइड्रेट पर क्रिया करने वाले एन्जाइम्स कार्बोहाइड्रेटेज़ (carbohydratase), लिपिड पर क्रिया करने वाले लाइपेज (lipase) व प्रोटीन पर क्रिया करने वाले एन्जाइम्स प्रोटीनेज (proteinase) आदि कहलाते हैं।

एक अन्य पद्धति के अनुसार अभिक्रिया के प्रकार (types of reaction) के आधार पर एन्जाइम्स का नाम रखा जाता है। उत्प्रेरित अभिक्रिया के नाम के आगे प्रत्यय ऐज (ase) जोड़ा जाता है; जैसे हाइड्रोलेज (hydrolase) जल अपघटन में, ट्रान्सएमीनेज (transaminase) ट्रांसएमीनेशन में, फॉस्फोराइलेज़ (phosphorylase ) - फॉस्फेटीकरण में आदि।

देखने में दोनों ही पद्धतियाँ सरल लगती हैं लेकिन पहली पद्धति से अभिक्रिया के प्रकार का तथा दूसरी से अवस्तर (substrate) का पता नहीं चलता है।

सन् 1961 में अन्तर्राष्ट्रीय जैव रसायनज्ञ संघ (IUB) ने एन्जाइम्स वर्गीकरण व नामकरण की एक नवीन पद्धति का अनुसरण किया। इसके अनुसार एन्जाइम्स का नाम "स्वव्याख्या" (self explanatory) सम्पन्न होता है। इस पद्धति के अनुसार एन्जाइम्स का वर्गीकरण छः मुख्य वर्गों में किया गया है।

  1. ऑक्सीडोरिडक्टेज़ज़ (Oxidoreductases)
  2. ट्रान्सफरेज़ज (Transferases)
  3. हाइड्रोलेज़न (Hydrolases)
  4. लायेज़ज (Lyases or Desmolases)
  5. आयसोमरेज़ज (Isomerases)
  6. लाइगेजज (Ligases)

1. ऑक्सीडोरिडक्टेज़ज़ (OXIDOREDUCTASES)

ऑक्सीकरण-अपचयन (oxidation-reduction) की अभिक्रियाएँ उत्प्रेरित करने वाले एन्जाइम्स इस वर्ग में आते हैं। ये इलेक्ट्रॉन स्थानान्तरण (electron transport) को उत्प्रेरित करते हैं। उदाहरण के लिए

  • एल-ग्लूटोमेट एम० ए० डी०पी०टे ( ग्लूटामिक डीहाइड्रोजिनेज, glutamic dehydrogenase)
  • साइटोक्रोम-सी O2 ऑक्सीरिडक्टेज (साइटोक्रोम ऑक्सीडेज़, cytochrome oxidase)
  • एल्कोहल : एन० ए० डी० ऑक्सीटेज (एल्कोहल डीहाइड्रोजिनेज़, alcohol dehydrogenase) आदि।

2. ट्रान्सफरेज़ज (TRANSFERASES)

वे एन्ज़ाइम्स जो एक अवस्तर से H के अतिरिक्त अन्य कोई समूह दूसरे अवस्तर में स्थानान्तरित कर देते हैं, ट्रान्सफरेज कहलाते हैं। स्थानान्तरित होने वाले समूह प्रायः ऐमीनो एसाइल, मिथाइल ग्लूकोसिल, फॉस्फेट, थायोल, कीटोन, फार्माइल आदि होते है। जैसे,

  • ग्लूकन : आर्थोफस्फेट ग्लूकोसिल ट्रान्फेरेज (फॉस्फोराइलेज, phosphorylase)
  • ग्लूटामिक : ऑक्सेलो ऐसीटिक ट्रांसमिनेज (ऐमीनोट्रान्सफरेज, aminotransferase)
  • एटीपी डी हेक्सोज-6 फॉस्फोट्रान्सफरे (हेक्सोकाइनेज hexokinase) आदि।

3. हाइड्रोलेज़ज़ (HYDROLASES)

वे एन्जाइम्स जो अंवस्तर के किसी बन्ध पर क्रिया करके उसके जल अपघटन की क्रिया को उत्प्रेरित करे हाइड्रोलेज कहलाते है। अवस्तर एस्टर, पेप्टाइड, ग्लाइकोसिल ईयर, C-C, P-N बन्ध आदि हो सकते हैं, जैसे

  • गेलेक्टोसाइड हैड्रोलेज ,( galactosidase)
  • ग्लूटामीन हैड्रोलेज ( glutaminase)
  • न्यूक्लिओटाइड्रोले (न्यूक्लिओटाइडे mcleotidase) आदि।

4. लायेजज (LYASES OR DESMOLASES)

वे एन्जाइम्स जो अल-अपघटन के अतिरिक्त अन्य विधि से अवस्तर में से समूहों का निष्क्रमण उत्प्रेरित कर द्विबन्ध (double bonds) बनाते है, लायेज ( Lyases ) कहलाते है।

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इनमें C-C, CO, C-N तथा C-S आदि बन्धों पर क्रिया उत्प्रेरित करने वाले एन्जाइम्स सम्मिलित हैं। जैसे

  • मैलेट हैड्रॉलायेज
  • डोकब्रोकसीलेज 
  • कीटोज - 1 फॉस्फेट ऐल्डीहाइड लाये

5. आयसोमरेजज (ISOMERASES)

ये एन्जाइम्स अवस्तर में समूहों को अन्तः अवस्था में परिवर्तन कर पुन:व्यवस्था को उत्प्रेरित करते हैं तथा इन्हें आयसोमरेजज कहते हैं, जैसे

  • ट्रायोज आइसोमेरज
  • सिस ट्रान्स आइसोमेरज
  • फास्फोग्लिसरोम्यूटेज

6. लाइगेजज (LIGASES)

ये एंजाइम सिंथेटेज (synthetase) के नाम से भी जाने जाते हैं। ये ए० टी० पी० से ऊर्जा प्राप्त कर गौगिकों को जोड़ने की अभिक्रिया को उत्प्रेरित करते है, जैसे

  • एसीटेट : कोएन्जाइम ए लाइगेज (एसीटाइल कोएन्ज़ाइम ए सिन्वेटेज, acetyl co-enzyme A synthetase),
  • एल ग्लूटामेट : अमोनिया लाइगेज (ग्लूटामीन सिन्टेज glutamine synthetase) आदि।
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